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UP TET भर्ती न निकलने और परीक्षा शुल्क बढ़ोतरी से नाराज विद्यार्थियों ने SDM को सौंपा ज्ञापन

UP TET

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मवाना। नगर में शिक्षण और कोचिंग से जुड़े विद्यार्थियों व संचालकों ने शनिवार को अपनी नाराजगी प्रशासनिक अधिकारियों के सामने व्यक्त करते हुए राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में मुख्य रूप से पिछले तीन वर्षों से यूपी टीईटी (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test) की भर्ती न निकलने और शुल्क में भारी बढ़ोतरी जैसे मुद्दों को उठाया गया।

तीन साल से रुकी हुई भर्ती, छात्रों का भविष्य अधर में

ज्ञापन में बताया गया कि साल 2022 के बाद से अब तक यूपी टीईटी भर्ती आयोजित नहीं की गई है। इससे लाखों बेरोजगार युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है। शिक्षण के क्षेत्र में रोजगार की राह देख रहे उम्मीदवार लंबे समय से तैयारी कर रहे हैं, लेकिन भर्ती न आने के कारण वे मानसिक और आर्थिक दबाव से गुजर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि जब केंद्र सरकार और अन्य राज्य समय-समय पर भर्ती निकालते हैं, तब उत्तर प्रदेश में इतनी लंबी देरी होना युवाओं के साथ अन्याय है।

परीक्षा शुल्क में रिकॉर्ड बढ़ोतरी पर गुस्सा

सिर्फ भर्ती में देरी ही नहीं, बल्कि परीक्षा शुल्क में की जा रही बढ़ोतरी भी छात्रों के आक्रोश का बड़ा कारण बनी। ज्ञापन में कहा गया कि उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग यूपी टीईटी की परीक्षा का शुल्क 1700 रुपये प्रति पेपर और दोनों पेपर के लिए 3400 रुपये तक बढ़ाने की तैयारी कर रहा है।

इस बढ़ोतरी को अनुचित बताते हुए विद्यार्थियों ने कहा कि जब यूपीएससी (UPSC) और यूपीएसएसएससी (UPSSSC) जैसी बड़ी परीक्षाएं महज 125 रुपये शुल्क पर आयोजित होती हैं, तब यूपी टीईटी जैसे राज्य-स्तरीय परीक्षा में इतना ज्यादा शुल्क वसूलना सीधे तौर पर बेरोजगारों का शोषण है।

छात्रों का तर्क है कि आयोग ‘सुचिता पूर्ण परीक्षा’ कराने के नाम पर शुल्क बढ़ा रहा है, जबकि पारदर्शिता और शुचिता सुनिश्चित करना आयोग की जिम्मेदारी है, न कि विद्यार्थियों पर अतिरिक्त बोझ डालने का बहाना।

मवाना में छात्रों का आक्रोश, चेतावनी भी दी

नगर के कोचिंग संचालक राहुल कुमार और मुकेश कुमार के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं तहसील समाधान दिवस पर पहुंचे। यहां अपर जिलाधिकारी (एडीएम) सूर्यकांत त्रिपाठी और मवाना उप जिलाधिकारी (एसडीएम) संतोष कुमार सिंह मौजूद थे, जो जनता की शिकायतें सुन रहे थे।

सरकारी लाइब्रेरी न खुलने का भी मुद्दा उठा

ज्ञापन के साथ ही छात्रों ने मवाना में सरकारी लाइब्रेरी के न खुलने का भी मुद्दा उठाया। छात्रों ने बताया कि लंबे समय से नगर में सरकारी पुस्तकालय खोलने की घोषणा की गई थी, लेकिन आज तक उसे शुरू नहीं किया गया।

इस पर एडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी ने मौके पर ही पालिका अधिशासी अधिकारी (ईओ) राजीव कुमार को बुलाकर नाराजगी जताई। एडीएम ने साफ कहा कि युवाओं को बेहतर पढ़ाई और तैयारी का माहौल उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। इसके बाद ईओ ने आश्वासन दिया कि एक माह के भीतर सरकारी लाइब्रेरी शुरू करा दी जाएगी।

ज्ञापन सौंपने वालों में कौन-कौन थे शामिल

ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से राहुल कुमार, मुकेश कुमार, रवि कुमार, रूपिन कुमार, अनिरुद्ध, शुभम नगर, सागर, आकाश, अंकुश आदि शामिल रहे। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि बेरोजगार युवाओं की पीड़ा को सरकार को गंभीरता से सुनना चाहिए और तुरंत भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।

बेरोजगारों की नाराजगी – “युवाओं के साथ धोखा”

छात्रों का कहना है कि शिक्षा विभाग की नीतियां युवाओं के साथ मज़ाक बनकर रह गई हैं। जहां एक तरफ मुख्यमंत्री और सरकार रोजगार देने की घोषणाएं करती हैं, वहीं दूसरी तरफ भर्ती न निकालना और शुल्क बढ़ाना युवाओं को हताश कर रहा है।

एक छात्र ने कहा –

“हम पिछले कई सालों से तैयारी कर रहे हैं। किताबें खरीदीं, कोचिंग की फीस दी, लेकिन सरकार भर्ती ही नहीं निकाल रही। ऊपर से शुल्क इतना बढ़ा दिया गया कि गरीब और मध्यमवर्गीय छात्र फॉर्म भी नहीं भर पाएंगे। यह सरासर अन्याय है।”

कोचिंग संचालकों का पक्ष

राहुल कुमार और मुकेश कुमार, जो कि मवाना में कोचिंग संस्थान चलाते हैं, ने कहा कि बेरोजगारी पहले से ही चरम पर है और ऐसे में यूपी टीईटी जैसी परीक्षा को रोकना और उसका शुल्क बढ़ाना हजारों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।

प्रशासन का रुख

एडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी और एसडीएम संतोष कुमार सिंह ने छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से सुना। उन्होंने भरोसा दिलाया कि ज्ञापन राज्यपाल और संबंधित विभाग तक पहुंचा दिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने लाइब्रेरी खोलने की प्रक्रिया में तेजी लाने का भी निर्देश दिया।

सौ बात की एक बात

मवाना में सौंपा गया यह ज्ञापन सिर्फ एक नगर का मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों की पीड़ा को सामने लाता है। तीन साल से भर्ती न निकलना और शुल्क में भारी बढ़ोतरी बेरोजगार युवाओं के लिए चिंता का विषय बन गया है।

Web Title: UP TET Bharti na nikalne aur Exam Fee badhoti se naraz vidyarthiyon ne SDM ko saupa gyapan