लखनऊ/दिल्ली।** उत्तर प्रदेश की सियासत में इन दिनों भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाएँ अपने चरम पर हैं। एक साल से अधिक समय से चल रही कवायद अब फैसले के करीब दिखाई दे रही है। इस बीच मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की दिल्ली में लगातार हो रही हाई-लेवल मुलाकातों ने राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है।
गुरुवार, 11 दिसंबर को भूपेंद्र चौधरी ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन स्थित उनके चेंबर में मुलाकात की, जिसके तुरंत बाद वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले। यूपी में संगठनात्मक बदलाव के बीच इन मुलाकातों को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भूपेंद्र चौधरी की यह मुलाकातें इस वर्ष लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पीएम मोदी से उनकी पांचवीं मुलाकात बताई जा रही हैं। इतना ही नहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी चुनाव के बाद 4-5 बार प्रधानमंत्री से मिल चुके हैं, जिससे संकेत मिलता है कि संगठन और सरकार दोनों स्तरों पर बड़े बदलाव के लिए आंतरिक मंथन काफी समय से जारी है।
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि यूपी बीजेपी में नए अध्यक्ष का ऐलान इसी हफ्ते संभव है और 14 दिसंबर से पहले नए चेहरे की घोषणा होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। हालांकि कई नाम रेस में शामिल हैं, लेकिन लगातार हो रही हाई-प्रोफाइल मुलाकातों के बाद यह दावा भी किया जा रहा है कि पार्टी दोबारा भूपेंद्र सिंह चौधरी पर ही भरोसा जता सकती है।
उधर, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी दिल्ली में मौजूद हैं और माना जा रहा है कि वे भी कुछ महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठकों में हिस्सा ले सकते हैं। इससे अटकलों का दायरा और बढ़ गया है कि संभवतः यूपी संगठन में कई स्तरों पर फेरबदल या पुनर्गठन की तैयारी चल रही है।
कई दिग्गज नेता दौड़ में
जहाँ एक ओर भूपेंद्र चौधरी की दोबारा ताजपोशी की चर्चाएँ जोर पकड़ रही हैं, वहीं नए अध्यक्ष की रेस में कुछ अन्य नाम भी शामिल माने जा रहे हैं। इनमें—
- मंत्री स्वतंत्र देव सिंह
- यूपी कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह
- केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा
- पूर्व सांसद और असम प्रभारी हरीश द्विवेदी
- विद्धासागर सोनकर
- गोविंद नारायण शुक्ला
- राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा
- पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा और नाम घोषित करने से पहले औपचारिक प्रक्रियाएँ पूरी की जाएँगी।
पीयूष गोयल को मिली जिम्मेदारी
यूपी में बीजेपी अध्यक्ष के निर्वाचन की जिम्मेदारी इस बार केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को सौंपी गई है। उनके लखनऊ पहुंचते ही नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के नाम की औपचारिक घोषणा होगी।
दूसरी ओर—आजम खान को बड़ी राहत
इधर यूपी की राजनीति में एक और बड़ा घटनाक्रम तब देखने को मिला जब जेल में बंद आजम खान को 8 साल पुराने एक मामले में कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया। विपक्ष इसे लेकर सरकार पर हमलावर हो सकता है और आगामी दिनों में प्रदेश की राजनीति और भी गर्म होने की संभावना है।
