मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने 2003 की मतदाता सूची में नाम खोजने के लिए वीडियो जारी किया है। ceouttarpradesh.nic.in वेबसाइट पर जाकर चरणबद्ध तरीके से अपना या अपने परिवार का नाम आसानी से खोजा जा सकता है। जानें पूरी प्रक्रिया और कैसे SIR फॉर्म सही तरीके से भरें।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने वर्ष 2003 की मतदाता सूची में नाम खोजने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए एक विशेष वीडियो जारी किया है। यह वीडियो उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी है, जो SIR (Special Intensive Revision) 2026 प्रक्रिया के तहत अपना या अपने परिजनों का नाम ढूंढना चाहते हैं। अधिकारियों के अनुसार, सही जानकारी मिलने के बाद मतदाता आसानी से गणना प्रपत्र ऑनलाइन या ऑफलाइन भर सकेंगे।
वीडियो में बताया गया है कि मतदाताओं को सबसे पहले ceouttarpradesh.nic.in वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट पर प्रवेश करने के बाद सामने कई विकल्प दिखाई देंगे, जिनमें सबसे पहला बॉक्स SIR 2026 होगा। इस पर क्लिक करते ही वोटर सर्विस पोर्टल का नया पेज खुल जाएगा। पेज के दाहिने हिस्से में ‘Search Your Name in Last SIR’ का विकल्प मौजूद है, जहां से 2003 की वोटर लिस्ट में नाम खोजने की प्रक्रिया शुरू होती है।
इसके बाद उपयोगकर्ता दो तरीकों से खोज कर सकते हैं Search in Last SIR या Search by Elected Details। यदि व्यक्ति उत्तर प्रदेश का मतदाता है, तो उसे राज्य चयन करने के बाद अपना जिला चुनना होगा और फिर विधानसभा क्षेत्र का चयन करना होगा। बूथ नंबर और अनुभाग की जानकारी न होने पर उन्हें खाली छोड़ा जा सकता है, लेकिन नाम भरना अनिवार्य है। SIR में जिस व्यक्ति का नाम खोजा जा रहा है, वह बिल्कुल वही नाम दर्ज करना होगा जो मतदाता सूची में दर्ज है।
वीडियो में यह भी बताया गया है कि मतदाता की उम्र या अन्य वैकल्पिक विवरण न होने पर भी खोज में कठिनाई नहीं आती। मतदाता को केवल अपने पिता या पति का नाम उपलब्ध कराना होगा। इसके बाद कैप्चा भरकर ‘सर्च’ बटन दबाने पर मतदाता की पूरी विवरण सूची नीचे दिखाई दे जाएगी। इसमें वर्ष 2003 की मतदाता सूची के तहत उसकी भाग संख्या और क्रम संख्या भी मिल जाएगी।
चुनाव विभाग ने स्पष्ट किया कि 2003 की इस जानकारी को नोट कर लेने के बाद मतदाता आसानी से अपना ऑनलाइन SIR फॉर्म भर सकता है या BLO द्वारा दिए गए ऑफलाइन गणना प्रपत्र को सही तरीके से पूरा कर सकता है। अधिकारियों का कहना है कि यह डिजिटल सुविधा लाखों लोगों को फायदा पहुंचाएगी और मतदाता सूची अपडेट करने की प्रक्रिया और अधिक सुगम बनेगी।
