रामराज। क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। रामराज क्षेत्र में कई प्राइवेट स्कूल ऐसे पाए गए हैं जिनकी आधिकारिक मान्यता केवल कक्षा आठवीं या दसवीं तक है, लेकिन वे बच्चों को इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई करवाते हुए नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं।
यह मामला सामने आने के बाद अभिभावकों में तीव्र आक्रोश है। उनका कहना है कि इन स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों को यह तक नहीं पता होता कि उन्होंने इंटर किस बोर्ड या किस मान्यता प्राप्त संस्थान से पास किया है। जब बच्चों से पूछा जाता है तो वे स्पष्ट उत्तर भी नहीं दे पाते। इससे इन स्कूलों की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
अधिकारियों से शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस गड़बड़ी की शिकायत कई बार शिक्षा विभाग और प्रशासन से की गई, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे क्षेत्र में यह संदेश जा रहा है कि प्रशासन की निगरानी बिल्कुल ढीली है या फिर इस तरह के विद्यालयों पर किसी तरह की जांच का दबाव नहीं है।
अभिभावकों ने दी चेतावनी — ‘अब आंदोलन होगा’
इंद्रपाल सिंह, अवनीश कुमार, रोहित कुमार, अरुण तोमर और नेकहां समेत कई अभिभावकों ने साफ कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी तरह का समझौता स्वीकार नहीं होगा।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो अभिभावक आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
