रामराज में सतर्कता सप्ताह के तहत साइबर फ्रॉड से बचाव पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, बैंक मैनेजर अजय बहादुर ने दिए सुरक्षा के मंत्र

📰 रिपोर्ट: अर्जुन देशवाल, न्यूज़ हाईवे, संवाददाता

बहसूमा (मेरठ)। डिजिटल युग में बढ़ते साइबर अपराधों से आमजन को सतर्क करने के उद्देश्य से पंजाब नेशनल बैंक (PNB) शाखा सैफपुर फिरोजपुर रामराज द्वारा शनिवार को एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष विपेंद्र सुधा वाल्मीकि के प्रतिष्ठान वृंदा बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर, रामराज पर आयोजित हुआ। इस अवसर पर “डिजिटल सतर्कता — सतर्कता हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर विस्तृत चर्चा की गई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता व्यापार मंडल अध्यक्ष विपिन मनचंदा ने की, जबकि संचालन विपेंद्र सुधा वाल्मीकि ने किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों, व्यापारियों और ग्रामीणों को डिजिटल बैंकिंग के दौरान होने वाले साइबर फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी से बचने के उपायों की जानकारी देना था।

ब्रांच मैनेजर अजय बहादुर ने अपने संबोधन में कहा कि सतर्कता केवल बैंकिंग तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में जरूरी है। उन्होंने कहा कि “आज के डिजिटल युग में ठग पहले से ज्यादा चालाक हो गए हैं, लेकिन यदि हम थोड़ी सी सावधानी बरतें तो हर धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।” उन्होंने लोगों को समझाया कि किसी भी अज्ञात कॉल, लिंक या मैसेज के माध्यम से बैंक से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। अगर किसी भी प्रकार की संदिग्ध कॉल आती है तो तुरंत नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें।

अजय बहादुर ने विशेष रूप से कहा कि “किसी भी प्रकार का काम कराने के लिए दलालों या बिचौलियों के चक्कर में न पड़ें। बैंक स्वयं ग्राहकों की पूरी सहायता करता है। अगर ग्राहक सीधे बैंक से संपर्क करेंगे, तो उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।”

उन्होंने आगे बताया कि पंजाब नेशनल बैंक द्वारा केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुरूप सतर्कता जागरूकता सप्ताह 27 अक्टूबर से 2 नवम्बर 2025 तक पूरे देशभर में मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत देशभर की शाखाओं में सतर्कता और डिजिटल सुरक्षा को लेकर विशेष गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं ताकि नागरिकों में जागरूकता बढ़े और साइबर अपराधों की रोकथाम हो सके।

इस मौके पर उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण अंचलों के शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियां बैंक से बिना किसी गारंटी के 5 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर अपने रोजगार की शुरुआत कर सकते हैं। इससे न केवल वे आत्मनिर्भर बनेंगे, बल्कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को साकार करने में सहयोग दे सकेंगे।

कार्यक्रम में आए हुए नागरिकों को बैंकिंग सुरक्षा से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं, जैसे कि —

  • कभी भी OTP, ATM PIN या पासवर्ड किसी को साझा न करें।
  • बैंक के नाम से आने वाले किसी भी कॉल या लिंक पर विश्वास न करें।
  • केवल आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से ही बैंकिंग कार्य करें।
  • संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत बैंक या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह न केवल स्वयं सतर्क रहे, बल्कि दूसरों को भी साइबर जागरूकता के लिए प्रेरित करे। डिजिटल इंडिया अभियान तभी सफल होगा जब नागरिक सतर्क रहेंगे और तकनीक का उपयोग जिम्मेदारी से करेंगे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान शुभम अरोड़ा एडवोकेट, डॉ. श्रीपाल कोहली, व्यापार मंडल अध्यक्ष विपिन मनचंदा, पूरण ठाकुर, गंगे पंडित, पवन लाल धीमान, सरदार जस्सा सिंह, दीपक, बहादुर मिस्त्री, विपिन, मदनलाल मिस्त्री, गुलबीर प्रजापति, नरेंद्र जाटव, अभिषेक वाल्मीकि, धीरेंद्र सुधा, मास्टर रमेश वाल्मीकि सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।

कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि वे डिजिटल सतर्कता के प्रति सदैव जागरूक रहेंगे और अपने आसपास के लोगों को भी सतर्क रहने के लिए प्रेरित करेंगे।