बहसूमा थाना क्षेत्र में मिशन शक्ति टीम ने महिलाओं और बालिकाओं के सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया। टीम प्रभारी उपनिरीक्षक भावना यादव ने स्कूलों, कॉलेजों और गांवों में पहुंचकर महिलाओं को हेल्पलाइन नंबरों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी।
बहसूमा (मेरठ)। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत बहसूमा थाना पुलिस की मिशन शक्ति टीम ने व्यापक जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन की भावना को सशक्त बनाना रहा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ डॉ. विपिन ताड़ा के निर्देश पर यह विशेष पहल की गई, जिसमें बहसूमा थाने की मिशन शक्ति टीम प्रभारी उपनिरीक्षक भावना यादव ने अपनी टीम के साथ क्षेत्र के स्कूलों, कॉलेजों, सार्वजनिक स्थलों और गांवों में पहुंचकर महिलाओं व युवतियों को जागरूक किया।
अभियान के दौरान टीम ने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सीधा संवाद स्थापित करते हुए बालिकाओं और महिलाओं को बताया कि किस प्रकार वे अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें और किसी भी तरह की छेड़छाड़, उत्पीड़न या हिंसा की स्थिति में पुलिस और प्रशासन की सहायता प्राप्त कर सकती हैं। मिशन शक्ति टीम ने एंटी रोमियो स्क्वॉड के साथ मिलकर विद्यालयों, बाजारों, मंदिरों और पंचायत सचिवालयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों के दौरान महिलाओं को आत्मरक्षा के उपाय, कानूनी अधिकारों, और त्वरित सहायता प्राप्त करने के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई।
टीम प्रभारी भावना यादव ने बताया कि अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं को महिला हेल्पलाइन 1090, पुलिस आपातकालीन नंबर 112, महिला शक्ति हेल्पलाइन 181, बाल सहायता नंबर 1098, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 102 और 108 जैसे आवश्यक नंबरों से अवगत कराया गया। इसके साथ ही टीम ने निराश्रित महिला पेंशन योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, आयुष्मान भारत योजना और महिला शक्ति केंद्र जैसी महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी साझा की।
उपनिरीक्षक भावना यादव ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य केवल सुरक्षा प्रदान करना नहीं, बल्कि महिलाओं और बालिकाओं को मानसिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनाना भी है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रसर हैं, लेकिन समाज में सुरक्षा और सम्मान का भाव तभी मजबूत होगा जब हर नागरिक इस दिशा में अपनी जिम्मेदारी निभाएगा।
अभियान के दौरान मिशन शक्ति टीम ने विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में छात्राओं के साथ बातचीत कर उन्हें आत्मरक्षा के उपाय सिखाए और सामाजिक परिवेश में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया। कई स्थानों पर छात्राओं ने भी अपने अनुभव साझा किए और पुलिस टीम से सवाल पूछे।

टीम ने लोगों से अपील की कि अगर किसी महिला या बालिका के साथ किसी प्रकार की उत्पीड़न की घटना घटती है तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें और अपनी शिकायत दर्ज कराएं। मिशन शक्ति टीम ने स्थानीय बाजारों में व्यापारियों और राहगीरों को भी महिला सुरक्षा के प्रति जागरूक किया और कहा कि समाज में तभी सकारात्मक बदलाव संभव है जब सभी मिलकर महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
इस अवसर पर मिशन शक्ति टीम प्रभारी उपनिरीक्षक भावना यादव, उपनिरीक्षक राखी विमल, हेड कांस्टेबल नीरु, हेड कांस्टेबल रीना, हेड कांस्टेबल सपना और कांस्टेबल पूजा सहित अन्य महिला पुलिसकर्मी मौजूद रहीं। सभी ने मिलकर क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में घूमकर लोगों को सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण का संदेश दिया।
महिला उपनिरीक्षक भावना यादव ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है, जिसका उद्देश्य हर महिला को आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता के साथ आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि टीम लगातार क्षेत्र के स्कूलों और पंचायतों में जाकर संवाद कार्यक्रम आयोजित करेगी ताकि समाज के हर वर्ग तक मिशन शक्ति का संदेश पहुंचे।
कार्यक्रम के अंत में मिशन शक्ति टीम ने यह भी सुनिश्चित किया कि जिन स्थानों पर सुरक्षा संबंधी समस्याएं हैं, वहां पुलिस की उपस्थिति को और मजबूत किया जाएगा। ग्रामीणों और शिक्षकों ने मिशन शक्ति टीम की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के अभियान से समाज में सकारात्मक बदलाव आ रहा है और महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है।
📰 रिपोर्ट: अर्जुन देशवाल, न्यूज़ हाईवे, संवाददाता
📍 स्रोत: News Highway
🔔 देश, प्रदेश और आपके शहर की हर बड़ी खबर सबसे पहले — सिर्फ़ News Highway पर
