मेरठ। सोशल मीडिया पर रील बनाने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब कानूनी रूप ले चुका है। डबल मीनिंग शब्दों का प्रयोग करते हुए अपनी बेटी के साथ रील बनाने के मामले में शादाब जकाती परेशानी में घिर गए। इंचौली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां घंटों तक चली बहस के बाद उन्हें जमानत मिल गई।
डबल मीनिंग रील से बढ़ा विवाद
सूत्रों के अनुसार, शादाब जकाती ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ एक रील बनाई थी, जिसमें दोहरे अर्थ वाले शब्दों का इस्तेमाल किया गया था।
रील वायरल होते ही स्थानीय लोगों में नाराज़गी बढ़ गई और मामला पुलिस तक पहुंचा।
इंचौली पुलिस की तत्पर कार्रवाई
शिकायत प्राप्त होने के बाद इंचौली थाना पुलिस सक्रिय हुई और शादाब जकाती को हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें मेडिकल औपचारिकताओं के पश्चात कोर्ट में पेश किया गया।
कोर्ट में घंटों चली बहस
जमानत को लेकर बचाव पक्ष और अभियोजन पक्ष के बीच लंबी बहस चली। अभियोजन पक्ष ने रील को सामाजिक मर्यादा के खिलाफ बताया, जबकि बचाव पक्ष ने इसे ‘अनजाने में हुई गलती’ बताते हुए राहत की मांग की।
माफीनामा और एफिडेविट देने पर मिली जमानत
अंततः कोर्ट ने शादाब जकाती को माफीनामा और एक एफिडेविट जमा करने की शर्त पर जमानत दे दी। एफिडेविट में उन्होंने भविष्य में ऐसी गलतियों को न दोहराने का आश्वासन दिया है।
मामले ने उठाए सोशल मीडिया कंटेंट पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर बच्चों को शामिल कर बनाई जाने वाली रीलों और उनकी सामग्री को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने भी इस तरह की सामग्री पर कार्रवाई की मांग की है।
