मेरठ में शरारती तत्वों ने तीन मजारें तोड़ीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कराई मरम्मत, अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज
मेरठ। दिल्ली-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर दौराला क्षेत्र गुरुवार देर रात उस समय तनावपूर्ण माहौल में बदल गया जब शरारती तत्वों ने तीन अलग-अलग जगहों पर स्थित मजारों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इनमें से दो मजारें रुहासा मार्ग पर और एक नंगली मार्ग पर स्थित थी। घटना की जानकारी शुक्रवार सुबह स्थानीय लोगों को मिली, जिसके बाद क्षेत्र में हलचल मच गई और पुलिस-प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गया।
सूचना मिलते ही सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने तीनों स्थानों का जायजा लिया और तत्काल प्रभावित मजारों की मरम्मत कराई। इस दौरान उन्होंने आसपास मौजूद नागरिकों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की। सीओ अग्रवाल ने कहा कि किसी भी तरह की अफवाह फैलाना या माहौल खराब करने की कोशिश करना गंभीर अपराध होगा और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने अज्ञात पर दर्ज किया मुकदमा
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही घटनास्थलों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी हो सके। अधिकारियों का कहना है कि मजारों को नुकसान पहुंचाने वाले जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
पूर्व घटनाओं से भी जुड़ा मामला
गौरतलब है कि मेरठ और आसपास के इलाकों में इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। हाल ही में फलावदा क्षेत्र में भी कई मजारों को तोड़ा गया था, जिसके चलते स्थानीय लोगों में तनाव और नाराजगी फैल गई थी। बार-बार हो रही इस तरह की घटनाओं से सामाजिक सौहार्द और भाईचारे पर खतरा मंडराने लगा है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में पुलिस का सख्त रुख और समुदाय का सहयोग बेहद जरूरी है, तभी इन घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है।
शांति और सौहार्द की अपील
सीओ दौराला ने फिर से साफ संदेश दिया कि शांति बनाए रखना सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा – “हिंसा, तनाव या अफवाहें सिर्फ माहौल बिगाड़ती हैं। नागरिकों को चाहिए कि वे किसी भी तरह की उकसावे वाली बातों पर ध्यान न दें और तुरंत प्रशासन को सूचना दें।”
प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और जिला अधिकारियों को भी अलर्ट कर दिया गया है। क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और पुलिस की गश्त तेज कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों से माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
समाज पर असर
धर्मस्थलों पर हमले की घटनाएं न सिर्फ आस्था को चोट पहुंचाती हैं बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे को भी कमजोर करती हैं। स्थानीय बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि प्रशासन के साथ मिलकर समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए और ऐसे शरारती तत्वों को अलग-थलग करना चाहिए।
कुल मिलाकर, मेरठ के दौराला क्षेत्र की यह घटना प्रशासन और समाज, दोनों के लिए चुनौती है। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मजारों की मरम्मत कराई और अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब देखना यह होगा कि कब तक आरोपी पकड़े जाते हैं और उन्हें सख्त सजा मिलती है। इस तरह की घटनाएं सामाजिक ताने-बाने और सांप्रदायिक सौहार्द को तोड़ने की कोशिश होती हैं। ज़रूरत है कि समाज और प्रशासन दोनों मिलकर ऐसे तत्वों को रोकें, ताकि शांति और भाईचारे का संदेश कायम रह सके।
Web Title: Meerut mein shararati tatvon ne 3 mazar tod di, police ne turant pahunchkar karayi marammat, unknown ke khilaf case
