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live news meerut | दादरी प्रकरण: जेल से बाहर आए आसपा नेता रविंद्र भाटी समेत सभी 22 आरोपी

मेरठ से बड़ी खबर

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live news meerut | मेरठ के दादरी पंचायत प्रकरण में जेल भेजे गए आजाद समाज पार्टी (आसपा) के महासचिव रविंद्र भाटी समेत सभी 22 आरोपी अब जेल से बाहर आ चुके हैं। सोमवार को शेष 11 आरोपियों को भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल से रिहा किया गया। पुलिस ने किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया था।

दरअसल, 21 सितंबर को दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव में सम्राट मिहिर भोज बोर्ड को लेकर गुर्जर समाज ने पंचायत बुलाई थी। पुलिस प्रशासन से अनुमति न मिलने पर जब पंचायत के लिए ग्रामीणों का जुटान रोका गया तो स्थिति अचानक बिगड़ गई। गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति को काबू किया और मौके से आसपा महासचिव रविंद्र भाटी समेत 22 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

गुर्जर समाज के नेताओं की गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में नाराजगी फैल गई थी। समाज में आक्रोश इतना बढ़ा कि कई बड़े नेताओं ने जेल में जाकर बंद आरोपियों से मुलाकात की। इनमें राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर, समाजवादी पार्टी विधायक अतुल प्रधान, लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर, बसपा सांसद चंदन चौहान और आसपा सांसद चंद्रशेखर शामिल थे। लगातार हो रहे विरोध और समाज के दबाव के बीच 26 सितंबर को अदालत ने सभी 22 आरोपियों को जमानत दे दी थी। उसी दिन 11 आरोपियों की रिहाई हो गई थी, जबकि शेष 11 की रिहाई कागजात पूरे होने के बाद सोमवार को संभव हो सकी।

जेल से बाहर निकालते समय पुलिस ने आरोपियों को भारी सुरक्षा घेरे में रखा। जिला जेल से लेकर जेल चुंगी और ऊर्जा भवन तक पुलिस और आरएएफ की तैनाती रही। कई स्थानों पर बैरीकेड लगाकर रास्तों को रोक दिया गया और आसपास के इलाकों में समाज के लोगों की भीड़ को जेल तक पहुंचने से रोक दिया गया। किसी भी तरह का जमावड़ा या विरोध न हो, इसके लिए पुलिस ने रिहा हुए आरोपियों को अलग-अलग निजी गाड़ियों में बैठाकर अन्य स्थानों तक छोड़ा।

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने पुष्टि की कि अदालत से जमानत मिलने के बाद दादरी प्रकरण में जेल भेजे गए सभी 22 आरोपी अब रिहा कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि रिहाई के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहा और हालात पूरी तरह से नियंत्रण में रहे।

गौरतलब है कि दादरी प्रकरण ने मेरठ समेत पूरे पश्चिमी यूपी की राजनीति को हिला दिया था। एक ओर जहां गिरफ्तारी के बाद समाज में असंतोष गहराया, वहीं दूसरी ओर नेताओं का जेल में जाकर मुलाकात करना इस मामले को और राजनीतिक रंग दे गया। अब आरोपियों की रिहाई के बाद यह देखना अहम होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला किस दिशा में जाता है।