मोड कला गांव में खाटू श्याम बाबा के जन्मदिन पर पूजा अर्चना करते भक्त।

गांव मोड कला में खाटू श्याम बाबा का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया, भक्ति संगीत और जयकारों से गूंज उठा गांव

📰 रिपोर्ट: अर्जुन देशवाल, न्यूज़ हाईवे, संवाददाता बहसूमा (मेरठ)।

बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव मोड कला में शनिवार को खाटू श्याम बाबा का जन्मदिन बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों और भक्तों ने पूरे उत्साह से भाग लिया। गांव का वातावरण सुबह से ही भक्ति और श्रद्धा के रंगों में रंगा हुआ नजर आया। मंदिर प्रांगण और पूजा स्थल को फूलों की मालाओं, रंगीन झालरों और दीपों से सजाया गया था।

कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण और खाटू श्याम बाबा की तस्वीर पर माल्यार्पण के साथ हुई। भक्तों ने बाबा के चरणों में पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया। पंडित शुभम शर्मा और उनके सहयोगी श्याम भक्तों ने पूजन-अर्चन विधि के बाद बाबा को विभिन्न प्रकार के भोग लगाए और प्रसाद वितरण किया।

खास बात यह रही कि इस वर्ष भक्तों ने आधुनिक तरीके से केक काटकर भी बाबा का जन्मदिन मनाया। भक्ति संगीत, भजन और बाबा श्याम के जयकारों से पूरा गांव गूंज उठा। “हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा” और “श्याम नाम अमर रहे” जैसे जयकारों से माहौल अत्यंत भक्तिमय हो गया।

पंडित शुभम शर्मा ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि खाटू श्याम बाबा के प्रति लोगों की आस्था अटूट है। उन्होंने बताया कि मान्यता है — “जिसके सिर पर बाबा श्याम का हाथ होता है, उसे किसी भी प्रकार के दुख का सामना नहीं करना पड़ता।” बाबा श्याम अपने भक्तों की हर कठिन घड़ी में रक्षा करते हैं और उन्हें सही राह दिखाते हैं।

भक्तों ने सुबह से ही मंदिर परिसर में पहुंचकर बाबा के दर्शन किए। महिलाओं ने भक्ति गीतों के साथ आरती उतारी और नृत्य भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय बच्चों और युवाओं ने रंग-बिरंगे वस्त्रों में भजन प्रस्तुत किए, जिससे श्रद्धालु झूम उठे।

आयोजकों ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गांव मोड कला में बाबा श्याम का जन्मोत्सव पूरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर गांव के वरिष्ठ नागरिकों ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में भाईचारे, प्रेम और भक्ति की भावना को और प्रबल करते हैं।

पूरे कार्यक्रम के दौरान श्याम भक्तों ने बाबा के दरबार में नारियल, फूल, मिठाई और रिबन से सजी थालियाँ चढ़ाईं। कार्यक्रम के अंत में बाबा का महाप्रसाद वितरित किया गया, जिसे सभी भक्तों ने श्रद्धा से ग्रहण किया। आयोजकों की ओर से यह भी बताया गया कि आगामी सप्ताह में भजन संध्या और भक्त सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आसपास के गांवों से भी भक्त सम्मिलित होंगे।

इस धार्मिक उत्सव में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ग्रामीणों ने बाबा श्याम के जयकारों के बीच एक-दूसरे को प्रसाद बांटा और आशीर्वाद लिया।

गांव के भक्तों ने कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजन गांव में आध्यात्मिक ऊर्जा और एकता का संदेश देते हैं। हर व्यक्ति को अपने जीवन में ऐसे आयोजनों में भाग लेकर सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करना चाहिए।

कार्यक्रम के सफल आयोजन में पंडित शुभम शर्मा, राकेश वाल्मीकि, दीपक शर्मा, रवि ठाकुर, सुरेश जाटव, विनीत कुमार, कृष्णा वाल्मीकि, संदीप शर्मा आदि का विशेष योगदान रहा।

अंत में सभी भक्तों ने मिलकर बाबा श्याम से देश में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर आरती और श्री श्याम नाम संकीर्तन के साथ वातावरण गूंज उठा।

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