खरखौदा (मेरठ):**खरखौदा वासियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार शासन ने नगर पंचायत क्षेत्र में सीवर लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी है। यह योजना नगर पंचायत के अथक प्रयासों का परिणाम है। इस मंजूरी के साथ ही अब 67 साल पुरानी जलभराव की समस्या से लोगों को स्थायी निजात मिलने की उम्मीद है।
नगर पंचायत अध्यक्ष मनीष त्यागी ने बताया कि यह खरखौदा के विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि “शासन और विभाग के सहयोग से अब जलभराव की समस्या स्थायी रूप से खत्म होगी। वर्षों से लोग इस परेशानी से जूझ रहे थे, अब समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है।”
खरखौदा को वर्ष 1958 में नगर पंचायत (तब टाउन एरिया कमेटी) का दर्जा मिला था। तब से ही कस्बे में जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी। हर बरसात में मेन बाजार सहित करीब 70% क्षेत्र में पानी भर जाता था। यह समस्या हर चुनाव में प्रमुख मुद्दा रही है।
जलभराव से निजात दिलाने के लिए दो योजनाएँ तैयार की गई थीं —
1️⃣ खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर मार्ग के किनारे तलहटा नाले तक 8 किमी लंबे नाले का निर्माण।
2️⃣ रेलवे लाइन क्रॉस कराकर उलधन रोड स्थित लगभग 80 बीघा के तालाब तक सीवर लाइन बिछाने की योजना।
पहली योजना लागत अधिक होने के कारण अटकी रही, लेकिन दूसरी योजना को अब मंजूरी मिल गई है। छह माह पहले रेलवे से अनुमति मिल चुकी थी और अब नगर विकास मंत्री एके राय ने परियोजना को हरी झंडी दे दी है।
जल निगम द्वारा तैयार डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) के अनुसार, लगभग 450 एमएम व्यास की सीवर लाइन बिछाई जाएगी। इस योजना के लिए बजट भी जारी हो गया है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
नगर पंचायत अध्यक्ष मनीष त्यागी ने कहा, “यह खरखौदा के लिए गर्व का क्षण है। हमने जो वादा किया था, अब वह धरातल पर उतरने जा रहा है। बहुत जल्द जलभराव की समस्या अतीत की बात बन जाएगी।”
