खरखौदा के किसान की पुकार: मेहनत की कमाई डूब गई, अब सिस्टम ने भी पीठ फेर ली
मेरठ, संवाददाता।
किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड, खरखौदा नंबर 1 में गबन और अनियमितताओं का मामला सामने आया है। ग्राम कौल निवासी किसान विरेन्द्र त्यागी ने समिति में कार्यरत आंकिक अनिल शर्मा पर ₹1,73,350 रुपये की रकम गबन करने का आरोप लगाया है।
किसान का कहना है कि यह रकम उसने समिति में जमा की थी, लेकिन बाद में पता चला कि यह धन समिति के खाते में जमा ही नहीं हुआ। जब उसने अनिल शर्मा से पूछताछ की तो उसने अभद्र भाषा में बात की, धमकियाँ दीं और अपने ऊँचे संपर्कों का डर दिखाया।
“मैं एक साधारण किसान हूँ। दिन-रात खेत में पसीना बहाकर यह पैसा जोड़ा था। अब ये रकम तो गई ही, ऊपर से धमकियाँ भी मिल रही हैं,”
— विरेन्द्र त्यागी, प्रार्थी किसान
पहले हुई जांच पर उठे सवाल
विरेन्द्र त्यागी ने शासन को शिकायत 1 अगस्त 2025 को पोर्टल पर दर्ज कराई थी। इस पर शासन स्तर से एक जांच समिति गठित की गई थी, जिसकी जिम्मेदारी रजनी चतुर्वेदी को दी गई थी।
किसान का आरोप है कि जांच उसकी अनुपस्थिति में की गई और जांच अधिकारी ने तथ्यों को छिपाकर एक गोलमोल रिपोर्ट तैयार कर दी, ताकि आरोपी को बचाया जा सके।
“जांच अधिकारी ने नेताओं और अधिकारियों के दबाव में रिपोर्ट बनाई। मेरे जैसे किसान की कोई बात सुनी ही नहीं गई,”
— विरेन्द्र त्यागी
छापे में भी सामने आई गड़बड़ियाँ
विरेन्द्र त्यागी के अनुसार, 29 अगस्त 2025 को जिला कृषि अधिकारी द्वारा समिति पर छापा डाला गया, जिसमें 300 बोरे यूरिया और 65 बोरे खाद की बिक्री का रिकॉर्ड नहीं मिला। जांच के दौरान अपर जिला कृषि अधिकारी ने बिक्री रजिस्टर और मशीनें अपने कब्जे में ले लीं। इससे समिति में अनियमितताओं की पुष्टि होती है।
किसान की गुहार “मेहनत की कमाई लौटाई जाए”
किसान ने शासन से मांग की है कि इस प्रकरण की पुनः जांच किसी वरिष्ठ अधिकारी से कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
साथ ही, उसने यह भी आग्रह किया है कि गबन की गई राशि मय ब्याज उसे वापस दिलाई जाए, या समिति में उसके खाते का सही हिसाब लगाकर प्रकरण निपटाया जाए।
विरेन्द्र त्यागी ने अपने प्रार्थनापत्र के साथ पूर्व की शिकायत, समिति के कंटिंग रजिस्टर की प्रति, अखबारों में प्रकाशित समाचार और अनिल शर्मा के निलंबन आदेश की प्रतियां भी संलग्न की हैं।
“हम किसान लोग दिन-रात मेहनत करते हैं। अगर हमारी जमा पूंजी भी ऐसे हड़प ली जाएगी, तो हमारा मनोबल कैसे बचेगा?”
— विरेन्द्र त्यागी, ग्राम कौल निवासी किसान
किसान ने उपमुख्यमंत्री से अपील की है कि मामले को गंभीरता से लेकर उसे न्याय दिलाया जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
