हस्तिनापुर में आध्यात्मिक आभा से गूंजा वातावरण: सैफपुर में 151 कुंडीय महायज्ञ का शुभारंभ, भव्य कलश यात्रा ने खींचा ध्यान

महाभारत कालीन ऐतिहासिक नगरी हस्तिनापुर एक बार फिर आध्यात्मिक ऊर्जा से आलोकित हो उठा है। ग्राम सैफपुर में नवनिर्माणाधीन बाल गुरुकुल एवं आयुर्वेदिक चिकित्सालय के निर्माण हेतु सर्वदा जयते सेवा न्यास के तत्वाधान में 151 कुंडीय महायज्ञ का शुभारंभ हुआ।
इस पावन अवसर पर आज नगर हस्तिनापुर से सैफपुर गुरुकुल तक एक भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर धर्म, संस्कृति और सेवा का अद्भुत संदेश दिया।
कलश यात्रा में गुरुकुल नारंगपुर की बालिकाओं ने आकर्षक झांकियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और परंपरा की झलक प्रस्तुत की। उनकी प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया।
न्यास की संस्थापक एवं निर्देशक रश्मि आर्य ने बताया कि यह 151 कुंडीय महायज्ञ समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने और लोगों को धर्म एवं संस्कृति से जोड़ने का माध्यम है। यह आयोजन 7 से 9 नवंबर तक चलेगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
इस अवसर पर शिक्षाविद् सुनील पोसवाल, जिला मंत्री (भाजपा मेरठ), ने कहा —
“हस्तिनापुर सदियों से गुरुकुल परंपरा का केंद्र रहा है। गुरु द्रोणाचार्य ने यहीं से अर्जुन जैसे वीरों को ज्ञान दिया था। रश्मि आर्य जी का यह प्रयास उसी परंपरा को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक प्रेरक कदम है।”
उन्होंने कहा कि वैदिक पद्धति पर आधारित यह गुरुकुल आने वाली पीढ़ियों के जीवन को दिशा देने और समाज में संस्कारों की जड़ें मजबूत करने का कार्य करेगा।
इस मौके पर प्रधान ऋषिपाल आर्य, डॉ. गुलशन, केपी सिंह पोसवाल, विपेंद्र सुधा वाल्मीकि, अमनपाल सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
