हस्तिनापुर (मेरठ): सर्वदा जयते सेवा न्यास के तत्वावधान में शुक्रवार को 151 कुंडीय महायज्ञ एवं श्रीकृष्ण कथा का भव्य शुभारंभ हुआ। यह आयोजन बाल गुरुकुल एवं आयुर्वेदिक चिकित्सालय के निर्माण उपलक्ष्य में किया जा रहा है।
तीन दिवसीय यह महायज्ञ 7 नवम्बर से 9 नवम्बर तक चलेगा, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु प्रतिदिन हवन, कथा और भंडारे में भाग ले रहे हैं।
🔶 वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण एवं पूजन-अर्चन के साथ हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के जल शक्ति मंत्री दिनेश खटीक ने शिरकत की।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा —
“गुरुकुल परंपरा भारतीय संस्कृति की आत्मा है। यह बच्चों में संस्कार, अनुशासन और चरित्र निर्माण की नींव रखती है।”
उन्होंने आगे कहा कि आयुर्वेद भारतीय जीवनशैली की वैज्ञानिक विरासत है, जिसे हमें अपनाकर प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देना चाहिए।
🪔 गुरुकुल और आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनेगा ग्रामीण विकास की नई दिशा
मंच से वक्ताओं ने कहा कि बाल गुरुकुल एवं आयुर्वेदिक चिकित्सालय की स्थापना से ग्रामीण अंचल में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई ऊर्जा आएगी।
कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख हस्तिनापुर, गन्ना समिति अध्यक्ष विनोद भाटी, ओमवीर भड़ाना, ऋषिपाल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
🔥 भक्ति और वैदिक माहौल में डूबा हस्तिनापुर
महायज्ञ स्थल पर सैकड़ों परिवारों ने एक साथ वैदिक विधि से हवन में आहुति दी।
पूरा परिसर “जय श्रीकृष्ण” और वैदिक मंत्रों की गूंज से भक्तिमय हो उठा।
आयोजन समिति ने बताया कि तीन दिवसीय इस आयोजन में प्रतिदिन कथा प्रवचन, भंडारा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
🌼 श्रद्धालुओं के लिए आकर्षक व्यवस्थाएं
पूरे आयोजन स्थल को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
श्रद्धालुओं के लिए बैठने, प्रसाद वितरण, पेयजल और पार्किंग जैसी सभी सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है।
कार्यक्रम में भक्तों ने बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ भाग लिया और धर्म, सेवा व संस्कार की भावना से ओत-प्रोत दिखाई दिए।

🗞️ निष्कर्ष
तीन दिवसीय 151 कुंडीय महायज्ञ और श्रीकृष्ण कथा ने हस्तिनापुर के धार्मिक माहौल को और भी पावन बना दिया है।
गुरुकुल निर्माण और आयुर्वेदिक चिकित्सालय की पहल से यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक सेवा का प्रतीक भी बन गया है।
