हस्तिनापुर को ‘श्रापित भूमि’ बताने वाले दिनेश खटीक के बयान ने यूपी की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। यूपी सरकार के मंत्री दिनेश खटीक ने हस्तिनापुर को ‘श्रापित भूमि’ बताया। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। जानिए क्या कहा मंत्री ने।
हस्तिनापुर : उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा बयान सामने आया है। यूपी सरकार के मंत्री दिनेश खटीक ने अपने हालिया बयान में कहा है कि “हस्तिनापुर श्रापित भूमि है।” मंत्री के इस बयान ने प्रदेश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। यह बयान आते ही राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
दिनेश खटीक ने कहा कि उन्होंने लगातार दो कार्यकाल तक हस्तिनापुर की जनता की सेवा की है, लेकिन वह इस भूमि को श्रापित मानते हैं और आगे यहां से चुनाव लड़ने को लेकर खुद को इच्छुक नहीं बताते। उनका कहना है कि हस्तिनापुर की राजनीतिक परंपरा और परिस्थितियाँ ऐसी हैं कि यहाँ जीत के बावजूद प्रतिनिधियों पर दबाव और चुनौतियाँ बनी रहती हैं।
माना जा रहा है कि मंत्री के इस बयान के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। एक ओर उनके समर्थक इसे उनके निजी अनुभवों से जोड़ रहे हैं, वहीं विपक्ष इस बयान को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है। 2017 के मुकाबले 2022 में कम अंतर से मिली जीत के बाद से ही उनके राजनीतिक भविष्य और सीट को लेकर चर्चाएँ जारी थीं, जिन पर अब यह बयान और आग में घी डालने जैसा काम कर रहा है।
फिलहाल, दिनेश खटीक द्वारा हस्तिनापुर को ‘श्रापित भूमि’ बताए जाने के बाद यह बयान प्रदेश की राजनीति का बड़ा विषय बन चुका है। आने वाले समय में यह बयान किस मोड़ पर पहुंचेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
