डी मोनफोर अकादमी में ग्रैंड पेरेंट्स डे का भव्य आयोजन, बच्चों और दादा-दादी के बीच दिखा अनोखा प्रेम

बहसूमा। रविवार को डी मोनफोर अकादमी में ग्रैंड पेरेंट्स डे का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ किया गया। इस विशेष अवसर पर विद्यालय परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया और सभी दादा-दादियों का पारंपरिक तरीके से गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों और उनके दादा-दादी के बीच भावनात्मक जुड़ाव को मजबूत करना रहा।

कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना से हुई, जिसके बाद नन्हे-मुन्ने बच्चों ने रंग-बिरंगे परिधानों में मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए। बच्चों की मासूम अदाओं, आत्मविश्वास और मंच पर उत्साह ने उपस्थित दादा-दादियों सहित सभी दर्शकों का दिल जीत लिया और पूरा वातावरण आनंद से भर गया।

कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि कई दादा-दादी भी अपने पोते-पोतियों के साथ मंच पर आए और उनके साथ नृत्य कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। दादा-दादियों के चेहरे पर खुशी और मुस्कान देखकर सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस पल ने पीढ़ियों के बीच प्रेम और आपसी समझ को खूबसूरती से दर्शाया।

बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से दादा-दादी के महत्व, उनके संस्कार और अनुभवों को भावनात्मक रूप से प्रस्तुत किया, जिसे देखकर कई दादा-दादी भाव-विभोर हो गए। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. समीर वर्मा ने बच्चों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि दादा-दादी परिवार की अमूल्य धरोहर होते हैं, जिनके अनुभव और स्नेह से बच्चों का चरित्र निर्माण होता है।

विद्यालय की निर्देशिका डॉ. गरिमा वर्मा ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और बच्चों को पारिवारिक मूल्यों से जोड़ते हैं। वहीं उप प्रधानाचार्या श्रीमती रितु चिकारा ने कहा कि दादा-दादी द्वारा दिए गए संस्कार और जीवन अनुभव बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की मजबूत नींव रखते हैं।

कार्यक्रम के अंत में सभी दादा-दादियों का आभार व्यक्त करते हुए आयोजन का समापन किया गया। ग्रैंड पेरेंट्स डे का यह आयोजन न केवल बच्चों बल्कि दादा-दादियों के लिए भी एक यादगार, भावनात्मक और प्रेरणादायक अनुभव बन गया।