BNS धारा 115(2)

BNS धारा 115(2) क्या है? जानिए क्या कहती है 115(2) धारा in Hindi – नया कानून और सज़ा का पूरा विवरण

भारत में 1 जुलाई 2024 से लागू हुए भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS) ने पुराने IPC (भारतीय दंड संहिता) की जगह ले ली है। इसमें कई नई धाराएँ जोड़ी गई हैं और कई पुरानी धाराओं को नया रूप दिया गया है। इन्हीं में से एक है धारा 115(2) — जो आपराधिक न्याय प्रक्रिया में बेहद अहम मानी जा रही है।


⚖️ 115(2) धारा in Hindi क्या है?

BNS धारा 115(2) का संबंध उस व्यक्ति से है जो किसी अपराध को करने का प्रयास (attempt) करता है लेकिन अपराध पूरा नहीं कर पाता।
यह धारा यह स्पष्ट करती है कि यदि कोई व्यक्ति अपराध करने की कोशिश करता है, और वह अपराध किसी कारणवश पूरा नहीं होता — तो भी उसे दंडित किया जाएगा।

सरल शब्दों में —
👉 अपराध की कोशिश भी अपराध है।
👉 धारा 115(2) के तहत, अपराध के प्रयास पर भी मुख्य अपराध की सज़ा के बराबर दंड दिया जा सकता है, बस सज़ा की अवधि कुछ कम हो सकती है।


📜 BNS धारा 115(2) का पूरा अर्थ (Meaning of BNS Section 115(2) in Hindi):

“यदि कोई व्यक्ति किसी अपराध को करने का प्रयास करता है और वह अपराध किसी कारणवश पूरा नहीं हो पाता, तो उसे उसी अपराध के लिए निर्धारित सज़ा के एक हिस्से तक दंड दिया जा सकता है।”

इसका अर्थ यह है कि —

  • यदि अपराध का प्रयास किया गया है,
  • लेकिन अपराध पूरा नहीं हुआ,
  • तो भी अदालत उस व्यक्ति को आंशिक सज़ा (partial punishment) दे सकती है।

🧑‍⚖️ उदाहरण से समझिए 115(2) धारा:

मान लीजिए, किसी व्यक्ति ने चोरी करने के लिए दुकान का ताला तोड़ा, लेकिन अंदर जाने से पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया।
👉 इस स्थिति में चोरी नहीं हुई,
👉 लेकिन “चोरी का प्रयास” हुआ —
इसलिए उस व्यक्ति पर BNS धारा 115(2) के तहत कार्रवाई होगी।


📌 धारा 115(2) के तहत सज़ा (Punishment under Section 115(2)):

धारा 115(2) के तहत सज़ा का निर्धारण अपराध की गंभीरता के अनुसार किया जाता है।

  • यदि मूल अपराध के लिए 10 साल की सज़ा है, तो प्रयास के लिए 5 साल तक की सज़ा हो सकती है।
  • अगर अपराध आजीवन कारावास योग्य है, तो प्रयास के लिए कम से कम आधी अवधि की सज़ा दी जा सकती है।

⚠️ धारा 115(2) का उद्देश्य:

इस धारा का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि —
1️⃣ कोई व्यक्ति अपराध की कोशिश करके भी बच न सके।
2️⃣ समाज में अपराध के प्रयासों पर भी अंकुश लगाया जा सके।
3️⃣ न्याय व्यवस्था अपराध के इरादे (intent) को भी गंभीरता से ले।


📚 BNS धारा 115(2) और IPC का अंतर:

बिंदुIPCBNS (नई संहिता)
कानून संख्या511115(2)
विषयअपराध का प्रयासअपराध का प्रयास
मुख्य बदलावभाषा और कानूनी स्पष्टतास्पष्ट और आधुनिक शब्दों में परिभाषा

🧾 निष्कर्ष (Conclusion):

BNS धारा 115(2) in Hindi का सीधा अर्थ है — “अपराध की कोशिश भी सज़ा योग्य है।”
नई न्याय संहिता ने यह साफ कर दिया है कि किसी भी अपराध को करने का प्रयास (भले ही असफल हो) भी कानून की नज़र में अपराध है।