बहसूमा के गांव मौडखुर्द में भारतीय किसान यूनियन तोमर की विशाल सभा आयोजित, ग्राम प्रधान इंतजार प्रधान बने मेरठ जिलाध्यक्ष। स्मार्ट मीटर, गन्ना मूल्य और बिजली उत्पीड़न को लेकर किसानों ने उठाई आवाज। पढ़ें पूरी खबर।
बहसूमा । भारतीय किसान यूनियन तोमर का कुनबा लगातार मजबूत होता जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को बहसूमा क्षेत्र के गांव मौडखुर्द में संगठन की एक विशाल सभा का आयोजन किया गया। यह सभा ग्राम प्रधान इंतजार देशवाल (इंतजार प्रधान) के आवास पर संपन्न हुई, जिसमें दर्जनों किसानों और युवाओं ने भारतीय किसान यूनियन तोमर की सदस्यता ग्रहण कर संगठन के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की।
सभा में सर्वसम्मति से ग्राम प्रधान इंतजार प्रधान को भारतीय किसान यूनियन तोमर का मेरठ जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस घोषणा के बाद सभा स्थल पर मौजूद किसानों और पदाधिकारियों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ नवनियुक्त जिलाध्यक्ष का स्वागत किया। संगठन की ओर से उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपकर माल्यार्पण किया गया।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर सभा में विशेष रूप से उपस्थित रहे। गांव मौडखुर्द पहुंचने पर किसानों ने ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं और सैकड़ों कार व ट्रैक्टरों के काफिले के साथ उनका भव्य स्वागत किया। भाकियू तोमर युवा जिला अध्यक्ष अभिषेक चौधरी (रामराज) के नेतृत्व में यह काफिला गांव तक पहुंचा, जिससे पूरे क्षेत्र में संगठन की ताकत का प्रदर्शन देखने को मिला।
सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर ने कहा कि ग्राम प्रधान इंतजार प्रधान की नियुक्ति से संगठन को नई मजबूती मिलेगी और क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को और प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन तोमर की कार्यशैली से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में लोग अन्य संगठनों को छोड़कर भाकियू तोमर से जुड़ रहे हैं, क्योंकि यहां हर कार्यकर्ता को पूरा मान-सम्मान और न्याय मिलता है।
किसानों की समस्याओं पर बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि यदि किसी भी विभाग द्वारा किसानों का उत्पीड़न किया जाता है, तो उसकी सूचना तुरंत संगठन के पदाधिकारियों को दें। संगठन के बैनर तले हर समस्या का समाधान कराया जाएगा। उन्होंने सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से निष्पक्षता, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करने का आह्वान किया।
सभा में किसानों ने अपनी प्रमुख समस्याएं भी खुलकर रखीं। सबसे बड़ा मुद्दा बिजली विभाग द्वारा जबरन लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर को लेकर रहा। किसानों ने कहा कि स्मार्ट मीटर किसान हित में नहीं हैं, इसके बावजूद उन्हें जबरदस्ती थोपा जा रहा है। इसके अलावा सरकार द्वारा गन्ने के दाम में 30 रुपये की बढ़ोतरी किए जाने के बावजूद गन्ना सेंटरों पर किसानों से मनमाना भाड़ा काटे जाने पर भी नाराजगी जताई गई।
किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि बिजली विभाग छोटे किसानों के कनेक्शन मात्र 5000 रुपये बकाया होने पर काट देता है, जबकि बड़े-बड़े उद्योगपतियों पर करोड़ों रुपये बकाया होने के बावजूद उनके कनेक्शन नहीं काटे जाते। इस भेदभावपूर्ण नीति को किसानों ने अन्यायपूर्ण बताया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन इसके बावजूद किसान आज भी उपेक्षित हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारतीय किसान यूनियन तोमर किसानों के हक और सम्मान की लड़ाई हर स्तर पर लड़ेगी और किसी भी कीमत पर किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सभा के अंत में ग्राम प्रधान मौडखुर्द इंतजार प्रधान को विधिवत मेरठ जिलाध्यक्ष घोषित किया गया तथा दर्जनों लोगों को संगठन की सदस्यता दिलाकर नियुक्ति पत्र सौंपे गए। संगठन को और अधिक मजबूत करने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सलाहकार इंद्रजीत सांगवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतिनिधि पवन त्यागी, युवा पश्चिम प्रदेश अध्यक्ष अंकित गुर्जर, युवा कार्यकारिणी प्रदेश प्रभारी हसीर, कार्यकारिणी प्रदेश प्रभारी अजय त्यागी, प्रदेश संगठन मंत्री पप्पू, जिला अध्यक्ष मुजफ्फरनगर निखिल चौधरी, जिला महासचिव मेहरबान, जिला सचिव फुरकान, जिला सचिव सिराजू, युवा जिला उपाध्यक्ष हनी बालियान सहित सैकड़ों पदाधिकारी और किसान मौजूद रहे।
