बहसूमा। शनिवार को बहसूमा स्थित चौधरी फार्म हाउस में भारतीय किसान यूनियन (संघर्ष मोर्चा) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश चौधरी और राष्ट्रीय प्रवक्ता, शिक्षक नेता चौधरी नरेश पाल सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे। बैठक के दौरान उन्होंने पत्रकार वार्ता कर वहसूमा व आसपास क्षेत्र के किसानों की पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में कार्यकर्ताओं के साथ कई सामाजिक मुद्दों का निस्तारण किया गया, जिसके बाद किसानों से जुड़े प्रमुख बिंदुओं पर गहन विचार-विमर्श हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा गन्ने का भाव केवल 30 रुपये बढ़ाया गया है, जबकि किसानों की मांग कम से कम ₹500 प्रति कुंतल की थी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि 450 रुपये भी बहुत कम हैं और यह किसानों की मेहनत के साथ न्याय नहीं है।
किसानों की प्रमुख मांगें बैठक में रखी गईं:
- गन्ने का भाव कम से कम ₹500 प्रति कुंतल किया जाए।
- जंगली जानवरों द्वारा फसलों को पहुंचाए नुकसान का उचित मुआवजा देने की व्यवस्था हो।
- किसानों के वाहनों/ट्रैक्टरों पर लगाई गई 15 साल समय-सीमा समाप्त की जाए।
- गन्ने का भुगतान 14 दिन में न मिलने पर ब्याज सहित भुगतान सुनिश्चित किया जाए, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है।
- गांवों में किसानों के घरों पर स्मार्ट मीटर न लगाए जाएं।
- किसानों को डीजल पर सब्सिडी प्रदान की जाए।
- किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाई जाए।
- फसलों की एमएसपी फसल बोने से पहले ही घोषित की जाए, जिससे किसान लागत और उत्पादन की योजना सही रूप से बना सकें।
चौधरी नरेश पाल सिंह ने कहा कि संगठन किसानों के हक और अधिकारों को लेकर लगातार संघर्षरत है और यदि सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेती तो बड़ा आंदोलन भी किया जाएगा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय संगठन मंत्री सनी चौधरी, राष्ट्रीय प्रतिनिधि निक्की चौधरी, प्रिंस चौधरी, चौधरी वीरेंद्र सिंह, चेयरमैन अमरजीत सिंह, राष्ट्रीय सचिव इंतजार प्रधान, राजेंद्र सिंह, गौरव चौधरी, युग देशवाल सहित कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
