Mawana News | तहसील मवाना में किसानों का धरना: 11 साल से लंबित मामलों पर भड़की भाकियू अराजनैतिक

Mawana News | तहसील मवाना में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले शुक्रवार को किसानों ने जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि तहसील प्रशासन और राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है, जिससे किसान-मजदूरों की समस्याओं का समाधान वर्षों से लंबित है।

किसानों ने बताया कि छोटी-छोटी कामों के लिए भी पटवारी और बाबू के चक्कर लगाने पड़ते हैं, और हर बार “कागज लाओ”, “तारीख बढ़ाओ” जैसे बहाने बनाकर उन्हें टाल दिया जाता है।

धरने में शामिल किसानों ने कहा कि वे पिछले 11 साल से बेनामी भूमि का नाम चढ़वाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं, खेत की भूमि पर जाने के रास्ते (चकरोड) को लेकर भी कई बार शिकायत की जा चुकी है, पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे जल्द नहीं मानी गईं तो यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
उनका कहना है कि प्रशासन को पहले भी कई ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है, समाधान नहीं।

धरने के दौरान भाकियू अराजनैतिक के पदाधिकारियों ने कहा कि अब किसान चुप नहीं बैठेगा —

“जब खेत चीखें और सत्ता खामोश रहे, तो किसान सड़क पर उतरना ही मजबूरी बन जाता है।”