बाल विवाह रोकें, सपनों को मौका दें: बेटियां फाउंडेशन की जागरूकता गोष्ठी आयोजित

मेरठ। बाल विवाह के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बेटियां फाउंडेशन द्वारा जागृति विहार, सी- ब्लॉक स्थित प्रतिष्ठान पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बाल विवाह मुक्त भारत बनाने की दिशा में संवाद, चर्चा और नाटक के माध्यम से जागरूकता को बढ़ाना रहा। संस्था की अध्यक्ष अंजू पांडेय ने कहा कि लोगों में अब यह समझ बढ़ रही है कि समय से पहले विवाह न केवल बच्चों के अधिकारों का हनन है, बल्कि उनके सपनों और भविष्य की प्रगति को भी रोकता है। शिक्षा और सुरक्षित बचपन ही उज्ज्वल भारत की नींव है, इसलिए समाज को मिलकर बच्चों को सही दिशा देने की जरूरत है।

संस्था का कहना है कि अभियान के सकारात्मक प्रभाव के चलते कई परिवारों ने कम उम्र में शादी की सोच को बदलते हुए बच्चों को शिक्षा और कौशल विकास से जोड़ने का निर्णय लिया है। सचिव शिवकुमारी गुप्ता ने बताया कि बाल विवाह मुक्त भारत बनाने के लिए गाँवों और कस्बों में पोस्टर, चौपाल चर्चा और समितियों के गठन के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई जा रही है।

इस मुहिम में उपाध्यक्ष डॉ. क्षमा चौहान, कुसुम मित्तल, अमिता अरोड़ा, लक्ष्मी बिंदल, कुसुम शर्मा, सुधा अरोड़ा, बबीता कटारिया, नीरा गुप्ता, सरिता त्यागी, संतोष भारद्वाज, मीनू बाना और शशि बाला सक्रिय सहयोग कर रही हैं। कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण के विशेष कार्यों के लिए कई प्रतिभागियों को उपहार देकर सम्मानित भी किया गया।