बलिया में पत्रकार पर हमला

बलिया में पत्रकार पर हमला: शराब तस्करों ने की दरिंदगी, स्टिंग ऑपरेशन करते वक्त किया गया हमला

बलिया में पत्रकार पर हमला: शराब तस्करों ने की दरिंदगी, स्टिंग ऑपरेशन करते वक्त किया गया हमला — कैमरा और मोबाइल लूटकर फरार, पत्रकार संगठनों में आक्रोश

बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से पत्रकारिता जगत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। दैनिक भास्कर के पत्रकार शुभम श्रीवास्तव पर शराब तस्करों ने जानलेवा हमला कर दिया। घटना बैरिया थाना क्षेत्र के सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन के पास की बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, शुभम श्रीवास्तव बिहार में हो रही शराब तस्करी और पुलिस की मिलीभगत का स्टिंग ऑपरेशन कर रहे थे। इसी दौरान तस्करों ने उन पर अचानक हमला बोल दिया। आरोप है कि तस्करों ने पत्रकार के चेहरे पर कई वार किए, जिससे उनकी आंख और चेहरा गंभीर रूप से घायल हो गया। इतना ही नहीं, उन्होंने शुभम का कैमरा और मोबाइल फोन भी छीन लिया और मौके से फरार हो गए।

स्थानीय लोगों की मदद से घायल पत्रकार को तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि शुभम के चेहरे पर गहरी चोटें हैं लेकिन उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है।

घटना के बाद पत्रकारों में गहरा आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में स्थानीय पत्रकार बैरिया थाने पहुंचे और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने तहरीर के आधार पर FIR दर्ज कर ली है और कुछ संदिग्धों से पूछताछ जारी है।

सूत्रों के अनुसार, यह हमला शराब तस्करी के उस नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है जो बिहार चुनाव से पहले बड़ी मात्रा में शराब की सप्लाई कर रहा था। शुभम इसी कड़ी का पर्दाफाश करने की कोशिश में जुटे थे।

स्थानीय पत्रकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि जब पत्रकारों की सुरक्षा खतरे में है, तो सच्चाई उजागर करना और मुश्किल हो जाएगा।
उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि पत्रकार शुभम श्रीवास्तव के हमलावरों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए और घायल पत्रकार को सरकारी मुआवजा एवं सुरक्षा प्रदान की जाए।

यह घटना एक बार फिर इस सवाल को खड़ा करती है कि — क्या सच्चाई दिखाना अब जान देने के बराबर हो गया है?

बलिया पुलिस ने बताया कि —

“इस सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना स्थानीय द्वारा सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर **दो नफ़र आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ एवं अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है।”

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है और शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। वहीं पत्रकार संगठनों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।