बहसूमा (मेरठ)। कड़कड़ाती सर्दी के बीच बहसूमा में इंसानियत की एक बड़ी मिसाल पेश की गई। सोमवार, 29 दिसंबर की रात करीब 8 बजे नगर क्षेत्र में एक लावारिस, अनजान नेपाली मूल का व्यक्ति ठंड से ठिठुरता हुआ भटकता पाया गया। बताया गया कि यह युवक पिछले तीन दिनों से आसपास के गांवों और क्षेत्रों में घूमता देखा जा रहा था।
सूचना मिलते ही थाना बहसूमा के हल्का इंचार्ज उप निरीक्षक राकेश कुमार तथा उप निरीक्षक अभिषेक ने तुरंत संवेदनशीलता दिखाते हुए उसे नगर पंचायत बहसूमा द्वारा चिन्हित रैन बसेरे में सुरक्षित ठहराया। यहां उसके लिए भोजन, गर्म बिस्तर और रहने की समुचित व्यवस्था कराकर उसे राहत पहुंचाई गई।
यह कार्य न केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी का निर्वहन है, बल्कि मानवीय संवेदना का भी उत्कृष्ट उदाहरण है। बहसूमा व्यापार मंडल, अध्यक्ष आशीष सिघल एवं समस्त कार्यकारिणी ने दोनों उप निरीक्षकों सहित थाना बहसूमा पुलिस टीम का आभार व्यक्त करते हुए इस पहल की सराहना की है।
📌 यह घटना बताती है—बहसूमा में आज भी इंसानियत जिंदा है… और जब बात जरूरतमंद की मदद की हो, तो बहसूमा की पुलिस हमेशा आगे रहती है।
