बहसूमा। बहसूमा-खतौली मार्ग पर चल रहा सड़क चौड़ीकरण कार्य अब लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। मार्ग पर लंबे समय से निर्माण कार्य धीमी रफ्तार से चल रहा है, जिसके चलते वहां धूल, मिट्टी और पत्थरों का अंबार लगा हुआ है। इस वजह से राहगीरों, किसानों और आसपास के दुकानदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि महीनों से यह मार्ग अधूरा पड़ा है, लेकिन विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। सड़क पर पड़े पत्थरों और गड्ढों की वजह से आए दिन वाहन चालक फिसलकर गिर जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि धूल के गुबार से सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने में कठिनाइयां झेलनी पड़ रही हैं, वहीं दुकानदरों का सामान लगातार धूल की परतों में खराब हो रहा है।
गांव शाहपुर बटावली निवासी विजय ढाका ने बताया कि बहसूमा-खतौली मार्ग पर निर्माण कार्य कई दिनों से ठप पड़ा है। सड़क पर मिट्टी और पत्थर पड़े रहने से राहगीरों को चोटें तक लग रही हैं। उन्होंने बताया कि न तो रास्ते पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जा रहा है और न ही निर्माण कार्य की गति बढ़ाई जा रही है। इसी कारण दिनभर धूल उड़ती रहती है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
वहीं दुकानदारों ने बताया कि दिनभर उड़ती धूल से उनके दुकान का सामान खराब हो रहा है और ग्राहकों का आना-जाना भी कम हो गया है। इससे व्यापार पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर पड़े पत्थरों के कारण वाहनों के टायर बार-बार खराब हो रहे हैं, जिससे अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी झेलना पड़ रहा है।

स्थानीय निवासियों ने पीडब्ल्यूडी विभाग से निर्माण कार्य जल्द पूरा करने की मांग की है ताकि उन्हें इस परेशानी से राहत मिल सके। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द सुधार कार्य शुरू नहीं किया गया तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।
इस संबंध में पीडब्ल्यूडी विभाग के जूनियर इंजीनियर राजीव कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदार को निर्देश दिए जा चुके हैं। जल्द ही कार्य की गति तेज की जाएगी ताकि लोगों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि मार्ग पर पानी का छिड़काव नियमित रूप से कराने और धूल नियंत्रण के लिए भी व्यवस्था की जा रही है।
लंबे समय से अधूरे पड़े इस सड़क निर्माण कार्य से क्षेत्रवासियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। लोगों का कहना है कि बहसूमा-खतौली मार्ग क्षेत्र की प्रमुख सड़कों में से एक है, जिस पर रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते हैं, लेकिन विभाग की लापरवाही से यह मार्ग अब धूल और खतरे का अड्डा बन चुका है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही इस समस्या पर ध्यान देगा और मार्ग को जल्द दुरुस्त करवाएगा।
